स्नातक | Snatak

- श्रेणी: भारत / India साहित्य / Literature
- लेखक: आर. के. नारायण - R. K. Narayan
- पृष्ठ : 151
- साइज: 5 MB
- वर्ष: 2004
-
-
Share Now:
दो शब्द :
आर. के. नारायण भारतीय साहित्य के एक प्रमुख लेखक हैं, जिनका काम खासतौर पर दक्षिण भारतीय जीवन की छवि प्रस्तुत करता है। उनका जन्म 10 अक्टूबर 1906 को मद्रास में हुआ था और उन्होंने अपनी शिक्षा वहीं तथा मैसूर में प्राप्त की। उनका पहला उपन्यास "स्वामी एंड फ्रेंड्स" 1935 में प्रकाशित हुआ था, जिसके बाद उन्होंने कई अन्य उपन्यास और कहानी संग्रह लिखे। उनकी रचनाएँ, विशेषकर "मालगुडी डेज़", काल्पनिक नगर मालगुडी के इर्द-गिर्द घूमती हैं, जो यथार्थ और कल्पना का अनूठा मिश्रण प्रस्तुत करती हैं। नारायण की लेखनी में पात्रों का विकास और उनके मनोभावों का चित्रण गहराई से किया गया है, जिससे पाठक उनके साथ जुड़ाव महसूस करते हैं। उनकी कहानियों में रोजमर्रा की जिंदगी की छोटी-छोटी घटनाएँ बड़ी महत्वपूर्ण बन जाती हैं। उन्होंने जीवन के विभिन्न पहलुओं को सहजता और स्वाभाविकता के साथ प्रस्तुत किया है, जिससे उनकी रचनाएँ समय की कसौटी पर खरी उतरी हैं। उपन्यास "द बैचलर ऑफ आर्ट्स" चंद्रन नामक एक युवक के कॉलेज जीवन की कहानी है। चंद्रन, जो बी.ए. के अंतिम वर्ष का छात्र है, कॉलेज में वाद-विवाद प्रतियोगिता के लिए चुना जाता है। उसकी तैयारी में उसके विचारों की उलझन और कॉलेज जीवन के अनुभवों का रोचक चित्रण किया गया है। चंद्रन का संघर्ष, उसकी चिंताएँ और कॉलेज जीवन के विभिन्न रंगों की झलक पाठकों को अपने छात्र जीवन की याद दिलाती है। नारायण की लेखनी में हास्य और विषाद का अद्भुत संतुलन है, जिससे पाठक अंत तक जुड़े रहते हैं। उनके पात्र और घटनाएँ इतनी जीवंत हैं कि वे पाठक के अपने जीवन के अनुभवों से मेल खाती हैं। नारायण को भारत सरकार द्वारा कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया, जिसमें पद्म भूषण और पद्म विभूषण शामिल हैं। उनका निधन 2001 में हुआ, लेकिन उनका साहित्यिक योगदान सदैव जीवित रहेगा।
Please share your views, complaints, requests, or suggestions in the comment box below.