भाषा विज्ञान कोश | Bhasha Vigyan Kosh

By: डॉ भोलानाथ तिवारी - Dr. Bholanath Tiwari
भाषा विज्ञान  कोश  | Bhasha Vigyan Kosh by


दो शब्द :

यह पाठ "भाषा विज्ञान कोश" का परिचय देता है, जिसमें भाषा विज्ञान के विभिन्न पहलुओं को समेटने का प्रयास किया गया है। इसमें डॉ. भोलानाथ तिवारी ने विभिन्न भाषाओं और लिपियों पर टिप्पणियाँ की हैं, विशेष रूप से भारतीय भाषाओं और हिंदी की बोलियों को अधिक महत्व दिया गया है। कोश में मुख्य रूप से शब्दावली का संग्रह है, जिसमें कई भाषाओं की पारिभाषिक शब्दावली का समावेश किया गया है। लेखक ने कोश के निर्माण में संस्कृत, हिंदी और अंग्रेज़ी की कई पुस्तकों और लेखों से सहायता ली है। उन्होंने उन सभी लेखकों के प्रति आभार व्यक्त किया है जिनकी कृतियों का उपयोग किया गया है। इसके अलावा, पुस्तक के लेखन और प्रकाशन में कई मित्रों और सहयोगियों का योगदान भी उल्लेख किया गया है। पाठ में यह भी बताया गया है कि भाषा विज्ञान में पारिभाषिक शब्दों की संख्या लगातार बढ़ रही है, और सभी शब्दों को शामिल करना संभव नहीं हो सका है। लेखक ने अपनी सीमाओं का स्वीकार करते हुए पाठकों से सुझाव और आलोचनाओं का स्वागत किया है। अंत में, उन्होंने पुस्तक में संभावित अशुद्धियों के लिए क्षमा मांगी है और प्रकाशन के दौरान मिली सहायता के लिए सभी का आभार व्यक्त किया है।


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