भारत का संविधान (१९५७) | The Constitution Of India(1947)

By: राजेंद्र प्रसाद - Rajendra Prasad


दो शब्द :

इस पाठ में भारतीय संविधान का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया गया है। इसमें संविधान सभा द्वारा हिंदी में संविधान के अनुवाद के लिए दिए गए अधिकार का उल्लेख है, जिसमें विभिन्न भारतीय भाषाओं में समान पारिभाषिक शब्दों के उपयोग पर जोर दिया गया है। यह भी कहा गया है कि संविधान के अनुवाद में कुछ नए शब्दों का उपयोग किया गया है, जो विभिन्न भाषाओं के विद्वानों द्वारा स्वीकार्य हैं। इस अनुवाद के तहत कुछ पारिभाषिक शब्दों के अर्थ को स्पष्ट किया गया है, जैसे 'जामिन' का अर्थ यहाँ 'फंसी' के रूप में लिया गया है, जबकि सामान्यतः यह जमानत देने वाले व्यक्ति के लिए प्रयोग होता है। संविधान के अनुवाद में प्रयुक्त शब्दों की एक सूची तैयार की गई है, जो सरकारी और कानूनी कार्यों में उपयोगी होगी। पाठ में संविधान के विभिन्न संशोधनों का भी उल्लेख किया गया है, जो विभिन्न वर्षों में किए गए हैं। इसके अलावा, संविधान के कुछ भागों का सारांश प्रस्तुत किया गया है, जिसमें राज्य की नीति के तत्व, कार्यपालिका की संरचना, और नागरिक अधिकारों के संरक्षण के उपाय शामिल हैं। संविधान के इस अनुवाद का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सभी भारतीय भाषाओं में समानता और स्पष्टता के साथ संविधान की व्याख्या की जाए, जिससे सभी नागरिक इसे समझ सकें और लागू कर सकें।


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