कौटलीय अर्थशास्त्र | Kautilya Arthashastra Hindi Translation

By: पं. उदयवीर शास्त्री - Pt. Udayveer Sastri


दो शब्द :

इस पाठ में कौटिल्य के अर्थशास्त्र (अर्थशास्त्र) का अनुवाद और उसकी व्याख्या के प्रयासों का उल्लेख किया गया है। यह ग्रंथ सबसे पहले 1900 ईस्वी में मेखूर राज्य के अध्यक्ष द्वारा प्रकाशित किया गया था, और इसके इंग्लिश अनुवाद ने इसे और अधिक प्रचलित किया। हालांकि, अनुवाद में कुछ स्थानों पर गलतियाँ थीं, जिनका उल्लेख किया गया है। अनुवादक ने इस ग्रंथ के महत्व को समझते हुए इसे आम जनता के लिए सुलभ बनाने का प्रयास किया। उन्होंने अपने विचारों को प्रस्तुत करने के लिए विभिन्न स्रोतों का अध्ययन किया और ग्रंथ के सन्दर्भ में आवश्यक सामग्री तैयार की। पाठ में इसके अनुवाद और व्याख्या की प्रक्रिया, विभिन्न विद्वानों के योगदान, और ग्रंथ के विषयों की विस्तृत चर्चा की गई है। ग्रंथ में कौटिल्य के विचारों को समझने के लिए विभिन्न टीकाएँ भी उपलब्ध हैं, जो उस समय की राजनीतिक और सामाजिक परिस्थितियों के अध्ययन में सहायक हैं। अनुवादक ने इस कार्य में अपने सहयोगियों की भी सराहना की है, जो इस कठिन कार्य में उनके सहायक बने। अंततः, पाठ में यह बताया गया है कि इस ग्रंथ का अध्ययन और अनुवाद हमें प्राचीन भारतीय राजनीतिक और आर्थिक विचारों को समझने में मदद करेगा।


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