आयुर्वेद-सारा-संग्रह | Aaryuveda Saar Sangrah

By: श्री वैधनाथ - shree Vedhnath
आयुर्वेद-सारा-संग्रह | Aaryuveda Saar Sangrah by


दो शब्द :

यह पाठ आयुर्वेद और उसकी औषधियों के निर्माण, प्रयोग और गुण-धर्मों का विस्तृत विवेचन प्रस्तुत करता है। इसमें आयुर्वेद को मानव जीवन के सम्पूर्ण विकास का विज्ञान बताया गया है। पुस्तक का उद्देश्य आयुर्वेद के माध्यम से मानवता को लाभ पहुंचाना है। बैद्यनाथ आयुर्वेद भवन द्वारा प्रकाशित इस ग्रंथ में आयुर्वेद की मूल बातें और औषधियों के उपयोग की विधियाँ दी गई हैं, जिससे यह न केवल सामान्य पाठकों के लिए बल्कि चिकित्सकों के लिए भी अत्यंत उपयोगी है। पुस्तक में रसायन शास्त्र, औषधि निर्माण की प्रक्रिया, विभिन्न औषधियों के गुण-धर्म, उनके शोधन और प्रयोग की विधियों का विस्तार से वर्णन किया गया है। इसमें आयुर्वेद और यूनानी चिकित्सा के बीच तुलना की गई है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि कैसे विभिन्न औषधियाँ रोगों के उपचार में सहायक होती हैं। आधुनिक चिकित्सा के विपरीत, आयुर्वेद प्राकृतिक औषधियों पर आधारित है, जो जटिल रोगों का समूल नाश करने की क्षमता रखती है। यह पुस्तक सरल हिंदी में लिखी गई है ताकि अधिक से अधिक लोग इसे समझ सकें और आयुर्वेद का लाभ उठा सकें। पुस्तक का प्रकाशन निरंतर जारी है, जिससे आयुर्वेद के प्रति जन जागरूकता बढ़ती जा रही है। इस ग्रंथ की भाषा और प्रस्तुति इसे अध्ययन के लिए सरल बनाती है, और इसमें शामिल सामग्री आयुर्वेद के विभिन्न पहलुओं को समेटे हुए है। पुस्तक में औषधियों के निर्माण के लिए आवश्यक यंत्रों, औषधियों के गुणों, और उनके प्रभावी उपयोग की विधियों का भी उल्लेख किया गया है। इस प्रकार, यह ग्रंथ आयुर्वेद के अध्ययन और चिकित्सा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण साधन साबित हो रहा है।


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