स्वामी विवेकानंद.एक जीवनी | swami Viveka Nanda ek Jiwani

By: आशा प्रसाद - Aasha Prasad
स्वामी विवेकानंद.एक जीवनी  | swami Viveka Nanda ek Jiwani by


दो शब्द :

स्वामी विवेकानंद की जीवनी इस पुस्तक में उनके जीवन, विचारों और प्रभाव की चर्चा की गई है। विवेकानंद ने भारतीय नवजागरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और उनके विचारों ने न केवल राजनीतिक स्वतंत्रता की दिशा में बल्कि सामाजिक सुधारों में भी योगदान दिया। वे एक ऐसे समाज की कल्पना करते थे जिसमें जाति या धर्म के आधार पर भेदभाव न हो। उन्होंने शिक्षा के प्रचार को महत्वपूर्ण मानते हुए युवाओं को प्रेरित किया कि वे गरीबों को शिक्षित करें, क्योंकि शिक्षा से ही समाज में सुधार संभव है। स्वामी विवेकानंद का जीवन एक प्रेरणा स्रोत है, विशेषकर युवाओं के लिए। उनके विचार आज भी प्रासंगिक हैं, और उनका संदेश दीन-दुखियों की सेवा और समाज के उत्थान की दिशा में है। विवेकानंद ने अपने सीमित जीवन में एक नई ऊर्जा और दृष्टि प्रदान की, जिससे उन्होंने भारतीय संस्कृति और समाज को जागरूक किया। उन्होंने यह भी कहा कि जब तक गरीबों की स्थिति में सुधार नहीं होगा, तब तक राष्ट्र की स्थिति में सुधार संभव नहीं है। लेखक ने विवेकानंद के जीवन को उनके समकालीन समाज और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि के संदर्भ में प्रस्तुत करने का प्रयास किया है। इस पुस्तक में विवेकानंद के विचारों, उनके दर्शन और मानवीय पक्ष पर प्रकाश डाला गया है, जिससे पाठक उनके जीवन के प्रति एक गहरी समझ विकसित कर सके। पुस्तक का संकलन लेखक के पति की प्रेरणा और सहयोग से हुआ है, जिससे इसका ऐतिहासिक दृष्टिकोण सुनिश्चित हुआ है।


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