ऑथेलो | Othello by


दो शब्द :

नाटक "वेनिस का ओथेलो" शेक्सपियर द्वारा रचित एक प्रसिद्ध कृति है, जिसमें प्रेम, विश्वासघात और ईर्ष्या की गहरी मनोवैज्ञानिक परतें हैं। कहानी का केंद्र ओथेलो, एक काले रंग का जनरल है, जो वेनिस की सेना का कमांडर है और उसकी पत्नी देशदामिनी है। ओथेलो और देशदामिनी का विवाह गुप्त रूप से होता है, लेकिन यह विवाह ओथेलो के सहकर्मी यागो की ईर्ष्या और द्वेष का कारण बनता है। यागो, जो ओथेलो का विश्वासपात्र है, ओथेलो के खिलाफ साजिशें रचता है और उसे यह विश्वास दिलाने की कोशिश करता है कि उसकी पत्नी देशदामिनी उसके प्रति अविश्वास रखती है और केसियो नामक एक अन्य सैनिक के साथ संबंध में है। यागो की चालाकियों के कारण ओथेलो में अपनी पत्नी के प्रति संदेह बढ़ता है। वह धीरे-धीरे यागो के झूठे आरोपों और गलतफहमियों के जाल में फंसता जाता है। यागो ओथेलो को विश्वास दिलाता है कि देशदामिनी ने उसे धोखा दिया है और इसके चलते ओथेलो का मानसिक संतुलन बिगड़ जाता है। अंततः ओथेलो, अपनी पत्नी को मार देता है जब उसे सच्चाई का पता चलता है, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। इस नाटक का अंत दुखद है, जिसमें ओथेलो आत्महत्या कर लेता है, जब वह यह जानता है कि उसने अपने प्रेम को खो दिया है। यह नाटक न केवल प्रेम और विश्वासघात की कहानी है, बल्कि यह मानवीय भावनाओं की जटिलता और ईर्ष्या के विनाशकारी परिणामों को भी दर्शाता है। ओथेलो का चरित्र एक आदर्श नायक से एक tragically flawed व्यक्ति में परिवर्तित होता है, जो हमें यह सिखाता है कि संदेह और अविश्वास किस तरह किसी के जीवन को बर्बाद कर सकते हैं।


Please share your views, complaints, requests, or suggestions in the comment box below.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *