प्रयोग संग्रह भाग ३ | Prayog Sangrah part 3

By: वैद्य गोपाल शरण गर्ग - Vaidya Gopal Sharan Garg
प्रयोग संग्रह भाग ३  | Prayog Sangrah part 3 by


दो शब्द :

इस पाठ में "सुधानिधि" नामक एक आयुर्वेद पत्रिका के बारे में चर्चा की गई है, जो 12 वर्षों से पाठकों की सेवा में संलग्न है और आयुर्वेद जगत में अपनी प्रतिष्ठा स्थापित कर चुकी है। लेख में बताया गया है कि पत्रिका ने कभी भी लाभ कमाने की लालसा नहीं की, बल्कि पाठकों की आवश्यकता के अनुसार उपयोगी सामग्री प्रस्तुत करने का प्रयास किया है। इसके कारण इसे ग्राहकों का समर्थन प्राप्त हुआ है, जिससे इसकी सफलता सुनिश्चित हुई है। पाठ में एक नए भाग "प्रयोग संग्रह" के प्रकाशन की जानकारी दी गई है, जिसमें पिछले भागों की तुलना में अधिक उपयोगी और महत्वपूर्ण प्रयोग शामिल किए गए हैं। इसके साथ ही, पाठकों को यह भी बताया गया है कि अगले भाग में अन्य रोगों के उपचार पर भी जानकारी दी जाएगी। लेख में पत्रिका के प्रकाशन के समय से जुड़े विशेषांक और लघु विशेषांक के प्रकाशन की योजनाओं का भी उल्लेख किया गया है। इसके अंतर्गत विभिन्न रोगों और उनकी चिकित्सा के विषय में विस्तृत जानकारी दी जाएगी। पाठ के अंत में, सुधानिधि के पाठकों को पुरस्कार योजनाओं की जानकारी दी गई है, जिसके तहत पहले, दूसरे और तीसरे पुरस्कार के लिए श्रेष्ठ लेखों का चयन किया गया है। इसके साथ ही, सुधानिधि ने मूल्य वृद्धि का निर्णय स्थगित कर दिया है, ताकि पाठकों को अधिकतम लाभ मिल सके। संपूर्ण लेख का उद्देश्य सुधानिधि पत्रिका की प्रगति, उसके कार्यों और पाठकों के लिए उसकी उपयोगिता को उजागर करना है।


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