भागो नहीं भाग्य को बदला | Bhago Nahi Bhagya Ko Badlo

By: वेद प्रकाश - Ved Prakash शंकर नायक - Shankar Nayak
भागो नहीं भाग्य को बदला | Bhago Nahi Bhagya Ko Badlo by


दो शब्द :

इस पाठ का मुख्य विषय विचारों की शक्ति और उनके प्रभाव पर केंद्रित है। लेखक स्वेट मार्डन ने इस बात पर जोर दिया है कि हमारे विचार केवल हमारे मन में सीमित नहीं रहते, बल्कि वे हमारे आस-पास के वातावरण और लोगों पर भी गहरा प्रभाव डालते हैं। सकारात्मक विचार न केवल हमारे व्यक्तित्व को संवारते हैं, बल्कि दूसरों में भी उत्साह और प्रेरणा भरते हैं। लेखक ने उदाहरण के माध्यम से दिखाया है कि कैसे किसी व्यक्ति के चेहरे के भाव और विचार उसके चरित्र की वास्तविकता को प्रकट करते हैं। जब हम किसी की उपस्थिति में होते हैं, तो उसके विचारों और भावनाओं का प्रभाव हम पर पड़ता है। इसके अलावा, स्वेट मार्डन ने बताया है कि नकारात्मक भावनाएं जैसे जलन, क्रोध, और द्वेष एक विषाक्त वातावरण का निर्माण करती हैं, जिससे लोग प्रभावित होते हैं और उनकी सफलता बाधित होती है। पाठ में यह भी बताया गया है कि हमें अपने विचारों को सकारात्मक रखना चाहिए क्योंकि वे हमारे जीवन को प्रभावित करते हैं। यदि हम निराश और उदास रहते हैं, तो हम न सिर्फ अपने लिए, बल्कि दूसरों के लिए भी एक नकारात्मक वातावरण पैदा करते हैं। वहीं, सकारात्मक विचारों से भरा व्यक्ति अपने आस-पास के लोगों में खुशी और ऊर्जा का संचार करता है। अंत में, लेखक ने कहा है कि हमें अपने विचारों को बदलने की आवश्यकता है, क्योंकि हम अपने विचारों के माध्यम से ही अपनी किस्मत को बदल सकते हैं। हमारे विचारों का प्रभाव संक्रामक होता है, और इसलिए हमें हमेशा सकारात्मकता की ओर अग्रसर रहना चाहिए।


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