घरेलु इलाज | Gharelu Ilaaz

- श्रेणी: Aushadhi | औषधि Ayurveda | आयुर्वेद
- लेखक: रमेश वर्मा - Ramesh Verma
- पृष्ठ : 102
- साइज: 2 MB
- वर्ष: 1946
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दो शब्द :
इस पाठ में शरीर के रोगों और उनके कारणों पर चर्चा की गई है। शरीर को एक मशीन के रूप में देखा गया है, जिसमें सभी अंगों और तंत्रों का एक-दूसरे से संबंध है। जब शरीर के किसी हिस्से में गड़बड़ी होती है, तो पूरा शरीर प्रभावित होता है। रोगों के उत्पन्न होने के कई कारण बताए गए हैं, जैसे कि खराब खानपान, अनियमित दिनचर्या, और शारीरिक सफाई की कमी। शरीर को स्वस्थ रखने के लिए उचित आहार, पानी की मात्रा, और साफ-सफाई पर ध्यान देना आवश्यक है। इसके अलावा, रोगों के उपचार के लिए शरीर के आंतरिक तंत्र की सफाई भी महत्वपूर्ण है। शरीर में विषाक्त पदार्थों का जमा होना या खराब आदतें, जैसे कि अधिक और अस्वस्थ भोजन करना, भी रोगों का कारण बनती हैं। पाठ में यह बताया गया है कि जब शरीर के अंग सही तरीके से काम नहीं करते हैं, तो रोग उत्पन्न होते हैं। इसके लिए नियमित व्यायाम और संतुलित आहार लेने की सलाह दी गई है। अंत में, पाठ में यह भी कहा गया है कि रोगों की रोकथाम के लिए हमें अपने दैनिक जीवन में सुधार करने की आवश्यकता है ताकि हम स्वस्थ रह सकें।
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