आधुनिक चित्रकला का इतिहास | Aadhunik Chitrakala Ka Itihas

By: आर. वी साखलकर - R. V. Sakhlakar


दो शब्द :

पुस्तक "प्राधुनिक चित्रकला का इतिहास" में आधुनिक कला और उसके सामाजिक प्रभाव पर चर्चा की गई है। लेखक ने यह बताया है कि कला और काल के बीच गहरा संबंध होता है, और आधुनिक कला ने समकालीन जीवन के विचार और रूप को गहराई से प्रभावित किया है। पुस्तक में आधुनिक कला के जन्म, विकास, और प्रमुख कलाकारों की जीवनी का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया गया है। लेखक ने यह भी उल्लेख किया है कि आधुनिक कला केवल व्यक्तिगत कल्पना नहीं, बल्कि यह एक ऐतिहासिक और सामाजिक तथ्य बन चुकी है। उन्होंने आधुनिक कला के चार मुख्य कालखंडों का वर्णन किया है और यह बताया है कि कैसे कला का मूल्यांकन भारतीय जीवन और परिस्थितियों के संदर्भ में किया जाना चाहिए। पुस्तक में कई कलाशैलियों और उनके बीच के भेद को भी स्पष्ट किया गया है। इसके अतिरिक्त, यह कला और समाज के बीच के संबंध को समझने का प्रयास करती है और कला के सामाजिक महत्व पर बल देती है। लेखक ने पाठकों को प्रेरित किया है कि वे कला को केवल एक व्यवसायिक साधन के रूप में न देखें, बल्कि उसके सामाजिक और ऐतिहासिक महत्व को पहचानें। इस पुस्तक का उद्देश्य कला के छात्रों, कलाप्रेमियों, और जिज्ञासुओं को आधुनिक कला की गहराई और उसके सामाजिक संदर्भ में जानकारी प्रदान करना है।


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