कल्कि अवतार और मुहम्मद साहब | kalki avtar aur muhammad sahab

By: वेद प्रकाश उपाध्याय - Ved Prakash Upadhyay


दो शब्द :

इस पाठ में डॉ. वेदप्रकाश उपाध्याय द्वारा लिखित "कल्कि अवतार और मोहम्मद साहब" नामक पुस्तक का सारांश प्रस्तुत किया गया है। लेखक का उद्देश्य हिंदू और मुस्लिम धर्मों के बीच एकता और समन्वय स्थापित करना है। उन्होंने वेदों और पुराणों के आधार पर यह सिद्ध करने का प्रयास किया है कि कल्कि अवतार और मोहम्मद साहब में गहरा संबंध है। पुस्तक में लेखक यह बताने का प्रयास करते हैं कि किस प्रकार दोनों धार्मिक परंपराएं एक समान उद्देश्य की पूर्ति करती हैं और मानवता के उत्थान के लिए आवश्यक हैं। वे यह भी बताते हैं कि धार्मिक भिन्नता के बावजूद, व्यवहारिक जीवन में दोनों समुदायों के बीच एकता हो सकती है। लेखक ने विभिन्न विद्वानों के विचारों को भी पुस्तक में शामिल किया है, जिनमें यह स्वीकार किया गया है कि इस्लाम की उत्पत्ति का मूल वैदिक धर्म में निहित है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है कि दोनों ही परंपराओं में अवतार और सन्देष्टा का स्थान समान है और यह विचार एक वैश्विक मानवता के लिए महत्वपूर्ण है। इस प्रकार, यह पुस्तक धार्मिक एकता की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है, जिसमें हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदायों के अनुयायियों को एक साथ लाने का संदेश है। लेखक का उद्देश्य है कि यदि लोग अपने आंतरिक भेदभावों को छोड़कर एकजुट हों, तो यह विश्व को एक बेहतर स्थान बना सकता है।


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