शिवानी अपराधिन | Shivani Apradhini

By: शिवानी - Shivani
शिवानी अपराधिन | Shivani Apradhini by


दो शब्द :

इस पाठ में लेखक ने अपने लेखन के अनुभवों और विचारों को साझा किया है, विशेष रूप से उन कहानियों के बारे में जो उन्होंने जेल के वातावरण में देखी और अनुभव की हैं। लेखक ने बताया है कि वे किसी भी रचना की भूमिका लिखने में संकोच करती हैं और इसे एक बेजा अनावश्यकता मानती हैं। उन्होंने वर्जीनिया वुल्फ के विचारों का उल्लेख किया है, जिसमें रचना की स्वतंत्रता और उसकी स्थिरता की महत्वपूर्णता पर जोर दिया गया है। लेखक ने जेल में बिताए समय के दौरान विभिन्न पात्रों का वर्णन किया, जिनमें निर्दोष बच्चे और पेशेवर अपराधी शामिल थे। उन्होंने उन बच्चों के बारे में चिंतन किया, जो कानून की दृष्टि में अपराधी माने जाते हैं, भले ही वे वास्तव में निर्दोष हों। उन्होंने उन अनुभवों को भी साझा किया जो उन्हें जेल में मिले, जैसे कि एक गायक का प्रदर्शन और जेल के वातावरण में संगीत का महत्व। पाठ में गहराई से मानवता, स्वतंत्रता, और सामाजिक न्याय की बातें की गई हैं। लेखक ने यह भी प्रश्न उठाया है कि क्या वे अपनी रचनाओं के माध्यम से उन अनुभवों को सही तरीके से व्यक्त कर पा रही हैं। अंत में, उन्होंने यह स्वीकार किया कि कई बार लेखन की प्रक्रिया में वे खुद को असमर्थ महसूस करती हैं, लेकिन फिर भी वे अपनी कहानियों को साझा करने का प्रयास करती हैं।


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