औषधीय पौधे | Aaushhadhiiy Paudhe

- श्रेणी: Aushadhi | औषधि विज्ञान / Science
- लेखक: सुधांशु कुमार जैन - Sudhansu Kumar Jain
- पृष्ठ : 214
- साइज: 5 MB
- वर्ष: 1968
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दो शब्द :
इस पाठ में औषधीय पौधों के महत्व और उनके उपयोग के बारे में चर्चा की गई है। लेखक सुधांशु कुमार जैन ने बताया है कि औषधीय पौधों का इतिहास मानवता के आरंभिक काल से जुड़ा हुआ है, और भारत में इनका उल्लेख ऋग्वेद और अन्य प्राचीन ग्रंथों में मिलता है। हालांकि, समय के साथ औषधीय पौधों के प्रति लोगों की रुचि में कमी आई है, विशेषकर जब से पश्चिमी चिकित्सा पद्धतियों का प्रचलन बढ़ा है। लेखक ने बताया है कि भारत में औषधीय पौधों की एक विस्तृत संख्या है, जिनमें से लगभग 1500 पौधों के औषधीय गुणों को मान्यता दी गई है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया है कि औषधीय पौधों की जानकारी विभिन्न भाषाओं में उपलब्ध है और अनेक विद्वानों ने इस विषय पर कार्य किया है। पुस्तक में औषधीय पौधों की विशेषताओं, उनके उपयोग, और उनके वैज्ञानिक नामों का उल्लेख किया गया है। इसके अलावा, लेखक ने औषधीय ज्ञान के विकास में आने वाली चुनौतियों और पुरानी मान्यताओं के प्रति सावधानी बरतने की आवश्यकता पर जोर दिया है। अंत में, लेखक ने पाठकों को यह प्रेरणा दी है कि वे औषधीय पौधों के गुणों और उपयोग के बारे में अधिक जानने की कोशिश करें और भारतीय वनौषधियों के महत्व को पहचानें।
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