आज का युग इंटरनेट का युग | Aaj Ka Yug Internet ka Yug

- श्रेणी: तकनीक व कंप्यूटर / Computer - Technology विज्ञान / Science समकालीन / Contemporary साहित्य / Literature
- लेखक: विनीता सिंघल - Vineeta Singhal
- पृष्ठ : 134
- साइज: 6 MB
- वर्ष: 2004
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दो शब्द :
इस पाठ में इंटरनेट और सूचना प्रौद्योगिकी के विकास, उपयोग और प्रभाव पर चर्चा की गई है। प्रारंभ में, यह बताया गया है कि सूचना की आवश्यकता मानव जीवन का एक अभिन्न हिस्सा रही है, लेकिन पहले इसके लिए काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था। आजकल, इंटरनेट के माध्यम से सूचनाएं त्वरित और सरलता से उपलब्ध हैं, जिससे सूचना प्रौद्योगिकी को एक महत्वपूर्ण क्रांति के रूप में देखा जा रहा है। इंटरनेट ने सूचना के आदान-प्रदान के तरीके को बदल दिया है और विभिन्न क्षेत्रों में क्रांतिकारी परिवर्तन लाए हैं। यह व्यापार, शिक्षा, मनोरंजन और अनुसंधान के लिए एक प्रमुख साधन बन गया है। ई-मेल और चैटिंग जैसी सुविधाओं ने संचार के पारंपरिक तरीकों को बदल दिया है। इसके अलावा, टेलीमेडिसिन की मदद से दूरस्थ चिकित्सा सेवाएं भी उपलब्ध हो गई हैं। हालांकि, इंटरनेट के साथ इसके दुरुपयोग की समस्याएं भी जुड़ी हैं, जैसे साइबर अपराध, वायरस से संक्रमण, और नैतिकता का उल्लंघन। इन समस्याओं से निपटने के लिए विभिन्न कानून और अधिनियम लागू किए जा रहे हैं। इंटरनेट का इतिहास भी बताया गया है, जिसमें इसकी शुरुआत अमेरिकी रक्षा मंत्रालय की एक परियोजना के रूप में हुई थी। यह तकनीक धीरे-धीरे विकसित हुई और आज यह दुनिया भर में लाखों कंप्यूटरों को जोड़ने का माध्यम बन गई है। इंटरनेट की संरचना में विभिन्न तकनीकी तत्व शामिल हैं, जैसे सर्वर, क्लाइंट और राउटर, जो सूचनाओं के आदान-प्रदान में सहायता करते हैं। इस प्रकार, पाठ में इंटरनेट की उपयोगिता, इसके विकास, और इससे संबंधित समस्याओं पर विचार किया गया है, साथ ही इसके सही उपयोग के लिए एक सकारात्मक इंटरनेट संस्कृति के विकास की आवश्यकता पर जोर दिया गया है।
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