कबीर ग्रंथावली सटीक | Kabir Granthavali Satik

- श्रेणी: Vedanta and Spirituality | वेदांत और आध्यात्मिकता भक्ति/ bhakti
- लेखक: कबीरदास - Kabirdas
- पृष्ठ : 622
- साइज: 14 MB
- वर्ष: 1965
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दो शब्द :
इस पाठ में महात्मा कबीर की जीवन और साहित्य के बारे में चर्चा की गई है। कबीर को हिंदी साहित्य की महान विभूतियों में से एक माना जाता है। उनका व्यक्तित्व निरक्षर होने के बावजूद दार्शनिक और समाज के प्रति उनकी दृष्टि कठोर थी। वे एक साधक थे जिनका जीवन और विचारों का अध्ययन आसान नहीं है, क्योंकि उनके बारे में उपलब्ध जानकारी सीमित है। कबीर की जन्मतिथि और जन्मस्थान पर भी विभिन्न मत हैं। जन्म तिथि को लेकर कई विद्वानों के बीच मतभेद हैं, लेकिन सामान्यतः उन्हें 1455 में जन्मा माना जाता है। जन्म स्थान के बारे में भी तीन प्रमुख धारणाएं हैं: कुछ विद्वान उन्हें काशी का निवासी मानते हैं, जबकि अन्य मगहर या बेलहरा को उनका जन्म स्थान मानते हैं। कबीर की रचनाओं में उनकी भाषा और विचारों की सरलता उनके समाज में गहरे प्रभाव डालती है। कबीर की कविताओं और साखियों में उनकी अद्वितीय शैली और गूढ़ अर्थ निहित हैं, जो आम पाठकों के लिए कठिन हो सकते हैं। पाठ का उद्देश्य कबीर के विचारों को अधिक सुलभ बनाना है ताकि पाठक उनकी रचनाओं को समझ सकें और उनके संदेश का अनुभव कर सकें। इस संदर्भ में एक आलोचना भाग भी जोड़ा गया है, जिससे पाठक को कबीर की गहरी समझ प्राप्त हो सके। कबीर का जीवन और उनके विचार आज भी प्रासंगिक हैं, और उनकी रचनाएँ भारतीय साहित्य में अमूल्य योगदान देती हैं।
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