हिस्ट्री आफ राजपुताना वोल.१ | History of Rajputana Vol. 1

- श्रेणी: इतिहास / History भारत / India
- लेखक: जगदीश सिंह गहलोत - Jagdish Singh Gehlot
- पृष्ठ : 792
- साइज: 33 MB
- वर्ष: 1937
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दो शब्द :
इस पाठ में राजपूताना का ऐतिहासिक विवरण प्रस्तुत किया गया है, जिसमें विशेष रूप से मुग़ल साम्राज्य और सम्राट अकबर के समय का वर्णन किया गया है। लेखक ने राजपूताना के विभिन्न राज्यों, उनकी राजनीति, संस्कृति और समाज के बारे में जानकारी दी है। पाठ में उल्लेख किया गया है कि अकबर ने अपनी सामरिक चतुराई से राजपूतों के साथ संबंध स्थापित किए और उन्हें अपने दरबार में महत्वपूर्ण स्थान दिया। अकबर ने मनसब प्रणाली को लागू किया, जिससे राजपूतों को सैन्य रैंक और जागीरें प्रदान की गईं। मनसब का अर्थ एक प्रकार का सैन्य ओहदा है, जो राजा और बाकी उच्च पदाधिकारियों के लिए निर्धारित किया गया था। अकबर के समय की व्यवस्था में मनसबदारों (फौजी कमांडरों) को उनकी योग्यता के अनुसार दरजा दिया जाता था, और उनके पास अपनी सेना रखने का अधिकार होता था। पाठ में यह भी बताया गया है कि कैसे मनसबदारों की तनख्वाह और उनके अधिकारों का निर्धारण किया जाता था। इसके अतिरिक्त, पाठ में उस समय की अर्थव्यवस्था और समाज का भी वर्णन किया गया है, जिसमें वस्तुओं की सस्ती कीमतें और प्रजाओं की स्थिति का उल्लेख किया गया है। अंत में, लेखक ने विभिन्न राजपूत राज्यों का नाम लिया और उनकी राजनीतिक स्थिति का उल्लेख किया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि मुग़ल साम्राज्य के दौरान राजपूताना का इतिहास कैसा था। पाठ एक समृद्ध और विस्तृत ऐतिहासिक संदर्भ प्रदान करता है, जिसमें राजपूतों और मुग़लों के बीच के संबंधों का गहराई से विश्लेषण किया गया है।
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