थे पृथ्वीराज रासो ऑफ़ चाँद बरदाई | The Prithviraj Raso of Chand Bardai

By: चंद बरदाई - Chand Bardai श्यामसुंदर दास - Shyam Sundar Das
थे पृथ्वीराज रासो ऑफ़ चाँद बरदाई  | The Prithviraj Raso of Chand Bardai by


दो शब्द :

इस पाठ में पृथ्वीराज चौहान और उनके समय की कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं का वर्णन किया गया है। इसमें बारात की विदाई, अजमेर पहुँचने पर मंगलाचार, और विवाह की तैयारी का उल्लेख है। पृथ्वीराज का विवाह इच्छिनी से होता है, और इसके बाद मेवात के राजा मुदगल द्वारा युद्ध की योजना बनाई जाती है। युद्ध के दौरान पृथ्वीराज की वीरता का वर्णन किया गया है, जिसमें वह मुगलों के खिलाफ लड़ाई करता है। इसके अलावा, पाठ में पृथ्वीराज के शिकार करने, हाथी और घोड़े की धूमधाम का वर्णन है, और उनके कुंवरपन में शिकार के खेल का भी उल्लेख है। विवाह के आयोजन में बहुत सारी तैयारियाँ की जाती हैं, जिसमें सखियों और दासियों की व्यवस्था होती है। कुल मिलाकर, यह पाठ पृथ्वीराज चौहान के वीरता, प्रेम, और उनकी सैन्य रणनीतियों का समावेश करता है, साथ ही उनके समय के सामाजिक और सांस्कृतिक पहलुओं को भी उजागर करता है।


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