रामायण कथा | Ramayan Katha
 
					
			- श्रेणी: धार्मिक / Religious पौराणिक / Mythological
- लेखक: रघुनाथ सिंह - Raghunath Singh
- पृष्ठ : 342
- साइज: 12 MB
- वर्ष: 1966
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दो शब्द :
यह पाठ "रामायण कथा" पर आधारित है, जिसे लेखक रघुनाथ सिंह ने लिखा है। लेखक ने इस पुस्तक के माध्यम से भारतीय संस्कृति और रामायण की महत्ता को प्रस्तुत किया है। उन्होंने यह बताया है कि रामायण केवल एक धार्मिक ग्रंथ नहीं, बल्कि यह मानव जीवन के विभिन्न पहलुओं का गहन अध्ययन कराता है। यह पुस्तक विशेष रूप से युवा पीढ़ी के लिए है, ताकि वे अपनी सांस्कृतिक धरोहर को समझ सकें। लेखक ने रामायण की शिक्षाओं को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा है कि यह हमें हमारे आत्म का ज्ञान और समाज में हमारे कर्तव्यों का बोध कराती है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया है कि भारतीय संस्कृति में उदारता और सहिष्णुता का विशेष स्थान है, जो हमें दूसरे के विचारों का सम्मान करना सिखाता है। पुस्तक में रामायण के विभिन्न पात्रों और कथाओं को सहानुभूतिपूर्वक प्रस्तुत किया गया है। लेखक ने रामायण के काव्यात्मक रूप को सरल और प्रभावशाली शैली में लिखा है, जिससे पाठक को इसकी गहराई और सौंदर्य को समझने में मदद मिलती है। इसी के साथ, लेखक ने यह भी कहा है कि रामायण की कहानियाँ हमें मानव प्रकृति के स्थायी संघर्षों की याद दिलाती हैं और यह हमें यह समझने में मदद करती हैं कि हमें अपने आचार-व्यवहार को कैसे सुधारना चाहिए। कुल मिलाकर, यह पुस्तक रामायण की गाथा के माध्यम से भारतीय संस्कृति, नैतिकता और मानवता के मूल्यों को उजागर करने का एक प्रयास है।
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